डीसी मोटर स्टार्टर क्या है | Types of DC Motor Starters PDF | स्टार्टर कितने प्रकार के होते है | दो बिंदु स्टार्टर क्या है | तीन बिंदु स्टार्टर क्या है | 4 Point Starter | डीसी मोटर में स्टार्टर का उपयोग | डीसी मोटर में स्टार्टर के मुख्य भाग
एक डीसी मोटर स्टार्टर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो एक डीसी मोटर को शुरू करने के लिए उपयोग किया जाता है यह स्टार्टर मोटर को चालू करने के लिए एक संचालन सिग्नल प्रदान करता है जो मोटर की चालकता को बढ़ाता है ताकि वह अपनी स्वतंत्र चालू अवस्था में आ सके|
आइए जानते है डीसी मोटर के स्टार्टर के बारे में यह कितने प्रकार के होते है और कैसे कार्य करते है इसकी संपूर्ण जानकारी के बारे में –
डीसी मोटर स्टार्टर क्या है?
स्टार्टर का कार्य मोटर को चालू और बंद करने के लिए किया जाता है स्टार्टर का मुख्य कार्य प्रारंभिक धारा को सीमित करना है आर्मेचर का प्रतिरोध कम होने के कारण प्रारंभिक धारा का मान अधिक को जाती है तो उसे सीमित करने के लिए स्टार्टर का प्रयोग किया जाता है |
डीसी मोटर को स्टार्टर की आवश्यकता क्यों होती है?
डीसी मोटर स्टार्टर प्रारंभ में जब डीसी सप्लाई से जोड़ा जाता है तो उसमें अधिक विद्युत धारा प्रवाहित होती है इसका कारण है आर्मेचर का प्रतिरोध कम होता है तथा दूसरा प्रारंभ में बैक EMF का मान शून्य हो जाता है |
इसलिए इसको सुरक्षित मान तक सीमित करने के लिए आर्मेचर के श्रेणी क्रम में एक परिवर्तित प्रतिरोधक को संयोजित किया जाता है जिसे स्टार्टर कहते है जब मोटर अपनी पूर्ण गति प्राप्त कर लेती है तो बैक EMF भी विकसित हो जाता है जो कि आर्मेचर के धारा को सीमित रखता है |
डीसी मोटर के स्टार्टर कितने प्रकार के होते है?
डीसी मोटर स्टार्टर मुख्यतः तीन प्रकार के होते है –
- दो बिंदु स्टार्टर क्या है –
- तीन बिंदु स्टार्टर क्या है –
- चार बिंदु स्टार्टर क्या है –
1. दो बिंदु स्टार्टर क्या है?
यह स्टार्टर सबसे सरल प्रकार का स्टार्टर होता है इसमें दो बिंदु संयोजक होते है इसलिए इसे दो बिंदु स्टार्टर करते है इसका उपयोग केवल डीसी सीरीज मोटर को चालू करने के लिए किया जाता है |
प्रारंभ में संयोजक भुजा OFF स्थिति में रहती है जैसे ही मोटर को सप्लाई दी जाती है वैसे ही धीरे-धीरे स्टार्टिंग प्रतिरोध को घटाकर आर्मेचर की घूर्णन गति बढ़ाई जाती है |
आर्मेचर द्वारा पूर्ण गति प्राप्त कर लेने पर स्टार्टिंग प्रतिरोध को पूर्णता परिपथ के बाहर कर दिया जाता है |
इस स्थिति में नो-वोल्ट कॉयल का विधुतचुंबक संयोजक भुजा को पकड़ लेता है जैसे ही सप्लाई ऑफ हो जाती है तो इसका विद्युत चुंबकत्व समाप्त हो जाता है |
इस प्रकार के स्टार्टर में ओवरलोड सुरक्षा (OLC) युक्ति का प्रयोग नहीं किया जाता क्योंकि ओवरलोड होने की संभावना बहुत कम होती है इस स्टार्टर में नो-वोल्ट कॉयल (NVC) मोटे तार तथा कम लपेटे वाली बनाई जाती है क्योंकि इसे पूर्ण लोड पर धारा वहन करनी पड़ती है |
2. तीन बिंदु स्टार्टर क्या है?
तीन बिंदु स्टार्टर का उपयोग शंट तथा कंपाउंड मोटर को चालू करने के लिए किया जाता है |
स्टार्टर में जब डीसी सप्लाई दी जाती है वैसे ही धीरे-धीरे स्टार्टिंग प्रतिरोध को घटाकर आर्मेचर की घूर्णन गति बढ़ाई जाती है आर्मेचर द्वारा पूर्ण गति प्राप्त कर लेने पर स्टार्टिंग प्रतिरोध को पूर्णता परिपथ के बाहर कर दिया जाता है |
नो वोल्ट कोयल या एक विद्युत चुंबक होता है जो शंट फील्ड वाइंडिंग के श्रेणी क्रम में संयोजित होती है इसका मुख्य कार्य है संयोजक भुजा को ऑन स्थिति में जकड़ कर रखना है जैसे ही विद्युत सप्लाई ऑफ हो जाती है इसका विद्युत चुंबकत्व समाप्त हो जाता है और संयोजक भुजा उसी स्थिति में आ जाती है इसके द्वारा आर्मेचर वाइंडिंग सुरक्षित रहती है |
ओवरलोड रिले (OLC) को विद्युत सप्लाई के श्रेणी क्रम में संयोजित किया जाता है |
तीन बिंदु स्टार्टर में एक ट्रिपिंग दोष होता है जिसमें जब स्टार्टिंग प्रतिरोध का मान घटता जाता है तो शंट फील्ड प्रतिरोध का मान बढ़ जाता है जिससे NVC में प्रवाहित हो रही धारा का मान घट जाता है और मोटर ट्रिप होने लगती है इस दोष को दूर करने के लिए 4 बिंदु स्टार्टर का प्रयोग किया जाता है |
3. चार बिंदु स्टार्टर क्या है?
इस स्टार्टर का प्रयोग शंट तथा कंपाउंड मोटर को चालू करने के लिए किया जाता है जिससे अधिक गति परिवर्तन हो सकती है |
यह स्टार्टर तीन बिंदु स्टार्टर के समान होता है इसमें अंतर केवल यह है कि इसमें NVC को एक सुरक्षा प्रतिरोध के श्रेणी क्रम में सीधे ही विद्युत स्रोत से जोड़ दिया जाता है |
मोटर की गति बढ़ाने के लिए शंट फील्ड में अतिरिक्त प्रतिरोध सयोजित किया जाता है |
डीसी मोटर में स्टार्टर का उपयोग?
डीसी शंट मोटर स्टार्टर का प्रयोग विभिन्न प्रकार की मोटरो को चलाने के लिए किया जाता है अलग-अलग मोटरों को चलाने के लिए अलग-अलग स्टार्टर का प्रयोग किया जाता है जो निम्न प्रकार है –
दो बिंदु स्टार्टर | सीरीज मोटर चालू करने के लिए | |
तीन बिंदु स्टार्टर | शंट कंपाउंड मोटर को चालू करने के लिए | |
चार बिंदु स्टार्टर | शंट, कंपाउंड, लॉन्ग शंट तथा शॉर्ट शंट मोटर को चालू करने के लिए | |
DC स्टार्टर कितने प्रकार के होते है?
डीसी स्टार्टर मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते है – दो बिंदु स्टार्टर, तीन बिंदु स्टार्टर, चार बिंदु स्टार्टर |
डीसी मोटर में स्टार्टर के मुख्य भाग ?
डीसी मोटर के मुख्य भाग निम्न है-
1. परिवर्तित प्रतिरोध
2. नो-वोल्ट कोयल
3. ओवरलोड कोयल
4. स्प्रिंग
5. इंसुलेटेड हैंडल
6. संकेतक
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