प्रत्यावर्ती धारा किसे कहते है | दिष्ट धारा किसे कहते है | AC और DC करंट में क्या अंतर होता है | एसी और डीसी क्या है | क्यों एसी डीसी से भी ज्यादा खतरनाक है | एसी और डीसी का फुल | फॉर्म डीसी करंट क्या है |
![AC-और-DC-करंट-में-क्या-अंतर-होता-है](http://updatebaba.com/wp-content/uploads/2022/05/AC-%E0%A4%94%E0%A4%B0-DC-%E0%A4%95%E0%A4%B0%E0%A4%82%E0%A4%9F-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE-%E0%A4%85%E0%A4%82%E0%A4%A4%E0%A4%B0-%E0%A4%B9%E0%A5%8B%E0%A4%A4%E0%A4%BE-%E0%A4%B9%E0%A5%88-1024x576.jpg)
AC (प्रत्यावर्ती धारा) और DC (दिष्ट धारा) करंट दो प्रमुख प्रकार के विद्युत धारा है, जो हमारे दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, आइए जानते है AC और DC करंट में क्या अंतर होता है| और यहं किस प्रकार से काम करती है इसका उपयोग कहाँ पर किया जाता है |
प्रत्यावर्ती धारा किसे कहते है?
परिपथ में बहने वाली वह विधुत धारा जो समय के साथ-साथ परिणाम और दिशा में भी परिवर्तन होता है वह प्रत्यावर्ती धारा (Aitarnating Current) कहलाती है |
विशेषता –
- यह घरेलू बिजली सप्लाई में उपयोग होती है |
- AC करंट विद्युत धारा के दोनों ओर दिशा बदलती है |
- इसकी दिशा निरंतर बदलती रहती है |
दिष्ट धारा किसे कहते है?
वह विधुत धारा जो समय के साथ-साथ परिणाम और दिशा नियत रहती है या बदलती नहीं है वह दिष्ट धारा (Direct Current) कहलाती है |
विशेषता –
- DC करंट का विद्युत धारा केवल एक दिशा में बहता है |
- इसका उपयोग बैटरी और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में होता है |
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AC और DC करंट में क्या अंतर होता है?
DC (Direct Current) | AC (Aitarnating Current) |
इसमें प्रवाहित होने वाली धारा व दिशा का मान निश्चित होता है | | इसमें प्रवाहित होने वाली धारा की दिशा व मान परिवर्तित होता है | |
इसमें एक तार धनात्मक व दूसरा तार ऋणात्मक होता है | | इसमें एक तार फेज व दूसरा तार न्यूटल होता है | |
इसमें फ्रीक्वेंसी का मान शून्य होता है | | इसमें फ्रीक्वेंसी का मान होता है (भारत में 50Hz) | |
इसे संचित किया जा सकता है | | इसे संचित नहीं किया जा सकता | |
डीसी को स्टेप अप स्टेप डाउन करना महंगा होता है (स्टेप अप – डीसी सीरीज जनित्र से वह step-down प्रतिरोधों के समूह से) | | इसे स्टेप डाउन व स्टेप अप करना सरल व सस्ता होता है स्टेप अप व स्टेप डाउन के लिए ट्रांसफार्मर का प्रयोग किया जाता है | |
इसमें धारा का घनत्व नियत होता है | P=VI | इसमें धारा का घनत्व समान नहीं होता है | P=VIcosϕ |
इसका पावर शक्ति गुणांक पर निर्भर नहीं करता है | | पावर शक्ति गुणांक पर निर्भर करता है | |
इसका उपयोग इलेक्ट्रोप्लेटिंग में बैटरी चार्जिंग में किया जाता है | | यह कार्य AC के द्वारा नहीं किया जा सकता | |
मशीन की मरम्मत व रखरखाव मंहगा होता है | | AC मशीन की मरम्मत व रखरखाव सस्ता होता है | |
इसमें ऐसी की तुलना में समान धारा प्रवाहित पर कम इंसुलेशन की आवश्यकता होती है | | इसका पारेषण कम लागत पर होता है | |
भारत में घरेलू वोल्टेज सप्लाई कितनी है ?
भारत में घरेलू वोल्टेज सप्लाई 240 V है |
एसी और डीसी से भी ज्यादा खतरनाक कौन है?
सामान वोल्टेज पर AC और DC सप्लाई की बात करें तो AC की तुलना ने DC सप्लाई अधिक खतरनाक होती है|
यह भी जानिए –